राजाजी में कार्यबहिष्कार से कैद हुए गजराज
– हाथी बाड़ा में एक खुंटे से बंधकर जीवन काटने को मजबूर
– चीला में गज शिशु समेत सात पालतू हाथियों की होती है देखभाल
– 11 आउटसोर्स कर्मियों के कार्यबहिष्कार से परेशान हुए बेजुबान
हरिद्वार। राजाजी टाइगर रिजर्व में आउटसोर्स कर्मचारियों के
कार्यबहिष्कार से गजराज (हाथी) कैद होकर रह गए हैं। कर्मचारियों के
कार्यबहिष्कार पर जाने से वह हाथी बाड़ा में ही एक खुंटे से बंधकर अपना
जीवन काटने को मजबूर हैं। जबकि इससे पहले वह रोजाना जंगल में घूमने और
अपनी पसंदीदा पत्तियां खाने के साथ ही लेकर भी आते थे।
छह अक्टूबर से राजाजी टाइगर रिजर्व की समस्त रेंजों के कर्मचारी वेतन
भुगतान और उपनल में समायोजित करने समेत अनेक मांगों को लेकर
कार्यबहिष्कार पर हैं। उनके कार्यबहिष्कार को दस दिन बीत गए हैं, लेकिन
उनकी मांगों पर कोई सकारात्मक निर्णय न लिए जाने का सबसे ज्यादा विपरीत
असर चीला रेंज के हाथी बाड़े में रहने वाले हाथियों के जीवन पर पड़ रहा
है।
दरअसल, हाथी बाड़े में करीब चार महीने के गज शिशु समेत सात पालतू हाथी
रहते हैं। इनके पालन-पोषण की जिम्मेदारी 11 आउटसोर्स कर्मचारियों समेत एक
हाथी बाड़ा के इंचार्ज और दो अन्य स्थाई कर्मियों के कंधों पर है। मगर 11
आउटसोर्स कर्मचारियों के कार्यबहिष्कार पर रहने से हाथियों की सारी
दिनचर्या प्रभावित हो गई। क्योंकि पहले सुबह लगभग आठ बजे आउटसोर्स
कर्मचारी हाथी गज शिशु को छोड़कर अन्य सभी हाथी जंगल की सैर पर निकल जाया
करते थे। इस दौरान वह जंगल में न केवल अपना मर्जी का आहार पेड़, पौधों
आदि से ग्रहण करते थे, बल्कि हाथियों के ऊपर दिनभर का चारा भी लादकर लाते
थे। जिससे उनका रोजाना चार से पांच घंटे का भ्रमण जंगल का हो जाया करता
था।
पर अब आउटसोर्स कर्मियों के कार्यबहिष्कार पर रहने से बेजुबान हाथी हाथी
बाड़े में ही एक जगह बंधकर खड़े हुए हैं। उन्हें केवल एक जगह बांधकर ही
चारा आदि दिया जा रहा है।
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साफ-सफाई पर पड़ रहा असर
– हाथियों की ट्रेनिंग हो रही प्रभावित
हरिद्वार। आउटसोर्स कर्मियों के कार्यबहिष्कार के कारण हाथियों के हाथी
बाड़े रहने के स्थान की सफाई भी असर पड़ रहा है। उसकी नियमित ठीक ढंग से
सफाई नहीं हो पा रही है। जबकि तीन हाथियों की ट्रेनिंग रानी, सुल्तान और
जोनी की जंगल से घास लाने और गश्त करने की ट्रेनिंग भी प्रभावित हो रही
है। हाथी जिम खेल का आनंद भी नहीं ले पा रहे हैं।
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हाथियों से ठप हुई गश्त
हरिद्वार। सात हाथियों में से तीन हाथी राजा, राधा और रंगीली पूरी तरह
से ट्रेंड हैं, इनसें वन्यजीवों और जंगली की सुरक्षा के लिए वन कर्मियों
की ओर से गश्त की जाती है, पर हाथियों को चलाने वाले आउटसोर्स
कर्मचारियों के कार्यबहिष्कार पर रहने से वह भी ठप पड़ी है।
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वर्जन
आउटसोर्स कर्मचारियों के कारण पालतू हाथियों की देखभाल पर असर पड़ रहा
है। लेकिन फिर भी वैकल्पिक व्यवस्था कर उनके चारे और अन्य व्यवस्थाएं की
जा रही हैं।
शैलेश कुमार, रेंजर, चीला रेंज, राजाजी टाइगर रिजर्व
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