September 15, 2025

Uttarakhand jansamvad

Hindi news, हिंदी न्यूज़ , Hindi Samachar, हिंदी समाचार,India time TV

तो क्या देवर के बाद बेटा-बेटी से भी राजनीतिक लड़ाई लड़ेंगी ममता – बेटा-बेटी भी कांग्रेस छोड़ मां की प्रतिद्वंद्वी पार्टी भाजपा में हुए शामिल – राकेश परिवार हुआ तीन फाड़, राज्य के तीनों प्रमुख दलों में परिवार।


…तो क्या देवर के बाद बेटा-बेटी से भी राजनीतिक लड़ाई लड़ेंगी ममता

– बेटा-बेटी भी कांग्रेस छोड़ मां की प्रतिद्वंद्वी पार्टी भाजपा में हुए शामिल

– राकेश परिवार हुआ तीन फाड़, राज्य के तीनों प्रमुख दलों में परिवार

संदीप राठौड़

हरिद्वार। दिवंगत कैबिनेट मंत्री सुरेंद्र राकेश के बाद राकेश परिवार
लगातार राजनैतिक लिहाज से बिखरता जा रहा है। पहले देवर-भाभी अलग होकर
राजनीति की पिच पर आमने-सामने आ गए। अब कांग्रेस को छोड़कर बेटी-बेटा भी
मां की प्रतिद्वंद्वी पार्टी भाजपा में शामिल हो गए। अब सवाल खड़ा हो रहा
है कि क्या देवर के बाद बेटा-बेटी से भी ममता राकेश राजनैतिक लड़ाई
लड़ेंगी या फिर बच्चों का भाजपा में जाना मात्र दिखावा है अथवा इसके पीछे
कोई पारिवारिक राजनैतिक राज छिपा है। यह विषय राजनैतिक गलियारों से लेकर
आमजन में चर्चा का विषय बना हुआ है।

भगवानपुर विधानसभा सीट से वर्ष 2012 के चुनाव में बसपा से विधायक बनकर
बसपा के समर्थन से बनी कांग्रेस सरकार में कैबिनेट मंत्री बने सुरेंद्र
राकेश का वर्ष 2015 में निधन हो गया था। उनके निधन के बाद उनकी धर्मपत्नी
ममता राकेश उपचुनाव लड़ी। जिन्होंने भाजपा के राजपाल को भारी अंतर से मात
देकर विजयी प्राप्त की।

लेकिन इसके बाद राकेश परिवार में राजनैतिक चाह के चलते रार शुरू हो गई।
इससे सुरेंद्र राकेश के छोटे भाई सुबोध राकेश विधायक भाभी विधायक ममता
राकेश से अलग हो गए। दोनों ने वर्ष 2017 का चुनाव भी आमने-सामने लड़ा।
जिसमें कांग्रेस से ममता राकेश ने भाजपा से सुबोध राकेश को पटखनी देकर
लगातार दूसरी बार विधायक बनने में सफल हो गई। इसके बाद वर्ष 2022 के
चुनाव में भी फिर से ‌देवर-भाभी आमने-सामने आए। इस बार देवर ने भाजपा को
छोड़कर बसपा के हाथी पर चुनाव लड़ा, लेकिन वह भाभी के सामने फिर असफल हो
गए। विधायक ममता राकेश अब लगातार कांग्रेस से तीसरी बार की विधायक हैं।

मगर हाल ही में हुए पंचायत चुनाव में ममता राकेश की बेटी आयुषी राकेश और
बेटा अभिषेक राकेश ने अचानक से एक साथ भाजपा में शामिल होकर सभी को चौंका
दिया। उनकी बेटी आयुषी राकेश भगवानपुर ब्लॉक से ज्येष्ठ उप ब्लॉक प्रमुख
भी बन गई हैं।

इससे एक ही कुनबे में तीन फाड़ होकर भाभी, देवर और चाचा, भतीजे-भतीजी
भाजपा, कांग्रेस और बसपा में चले गए हैं। ऐसे में एक तरफ जहां अभी तक
ममता राकेश के देवर उनके आमने-सामने हुआ करते थे। अब बेटा-बेटी भी
कांग्रेस की धुर विरोध पार्टी भाजपा में जाकर मां के सामने आएंगे। इसको
लेकर राजनीति चर्चाएं हो आम हो रही हैं। क्योंकि मां कांग्रेस में रहकर
सत्ताधारी भाजपा पर निशाना साधेंगी तो क्या बच्चे भाजपा का गुणगान
करेंगे।

———-


प्रमुख खबरे